Shiv chaisa - An Overview
Shiv chaisa - An Overview
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जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
शिव को भस्म क्यों चढ़ाई जाती है, जानिए यहां भस्म आरती के राज
ॠनियां जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
ताके तन नहीं रहै कलेशा ॥ धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे ।
कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
It includes forty verses (chalisa), prepared from the Hindi language. The chalisa is structured inside of a poetic structure and it is commonly recited by devotees as a means to praise and look for blessings from Lord Shiva.
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
धन निर्धन को देत सदाहीं। shiv chalisa lyricsl जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥
जय जय तुलसी भगवती सत्यवती सुखदानी। नमो नमो हरि प्रेयसी श्री वृन्दा गुन खानी॥
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥
मात-पिता भ्राता सब होई। संकट में shiv chalisa in hindi पूछत नहिं कोई॥
द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र